Gurmeet Ram Rahim: बलात्कारी राम रहीम की पैरोल पर घिरे CM खट्टर, कहा मेरा कोई लेना देना नहीं

गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को ऐसे समय में पैरोल दी गई है जब पंजाब और हरियाणा के आदमपुर में पंचायत चुनाव होने जा रहे हैं. विपक्ष की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं कि पूरी चाल BJP का है क्योंकि गुरमीत की वोटरों पर अच्छी पकड़ है...

Gurmeet Ram Rahim: बलात्कारी राम रहीम की पैरोल पर घिरे CM खट्टर, कहा मेरा कोई लेना देना नहीं

रेप और हत्या का दोषी गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) हाल ही में पैरोल (parole) पर जेल से बाहर आया है। तब से वह मजे में है। वह ऑनलाइन सत्संग (online satsang) कर रहा है। नेता उनका आशीर्वाद लेने के लिए पास पहुंच रहे हैं। राम रहीम (Ram Rahim) दिवाली मना रहे हैं और इतना ही नहीं वह अपना म्यूजिक वीडियो भी बना रहा है। सुनने में आ रहा है कि गोद ली हुई बेटी हनीप्रीत का नाम भी बदल दिया गया है। अब 40 दिन की पैरोल शुरू हो गई है। देखना ये है की आगे और क्या क्या देखने को मिलता है।  

इसी बीच बुधवार 26 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम मनोहर लाल खट्टर (CM Manohar Lal Khattar) से गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,

"इसमें (पैरोल में) मेरी कोई भूमिका नहीं है ... अदालतें कारावास की सजा देती हैं और अपराधी जेल जाता है। उसके बाद जेल के नियम सभी कैदियों पर लागू होते हैं।"

गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को पैरोल देने में 'मेरा कोई हाथ नहीं' ऐसा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Haryana Chief Minister Manohar Lal Khattar) ने कहा है। कहा गया है कि कैदियों को रिहा करने के लिए जेलों के अपने नियम और कानून होते हैं। इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है। हालांकि, इससे पहले उन्होंने गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को परोल देने के फैसले का बचाव करते हुए कहा था कि यह 'हर कैदी का कानूनी अधिकार' है और गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को 'नियमित प्रक्रिया' के तहत ही जेल से रिहा किया गया है।

पंचायत चुनाव (Panchayat Election)

गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को ऐसे समय में पैरोल दी गई है जब पंजाब और हरियाणा के आदमपुर में पंचायत चुनाव होने जा रहे हैं. इस टाइमिंग को लेकर जब सीएम खट्टर (CM Khattar) से सवाल किया गया तो उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। 

आदमपुर में विधानसभा उपचुनाव और हरियाणा में पंचायत चुनाव नवंबर की शुरुआत में होंगे। बताया जाता है कि दोनों राज्यों के कई वोटरों पर गुरमीत की अच्छी पकड़ है। इसलिए विपक्ष की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या BJP और उसकी राज्य सरकार ने मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए डेरा प्रमुख को जेल से बाहर निकाला है। इससे पहले फरवरी में पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हरियाणा सरकार ने गुरमीत राम रहीम को तीन हफ्ते के लिए जेल से रिहा कर दिया था।