महिलाएं कैसे स्वस्थ और फिट रहें? जानिए।

हर वर्ष सितंबर के महीने में 'राष्‍ट्रीय महिला स्‍वास्‍थ्‍य' के रूप में मनाया जाता है। इस 'नेशनल वुमन्स हेल्थ एंड फिटनेस डे' का उद्देश्‍य महिलाओं की तंदुरुस्‍ती और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य के बारे में जागरूक करता है और उनमें परिवर्तन लाता है। कोविड की महामारी में इसका महत्‍व और अधिक बढ़ गया है।

महिलाएं कैसे स्वस्थ और फिट रहें? जानिए।

हर वर्ष सितंबर के महीने में 'राष्‍ट्रीय महिला स्‍वास्‍थ्‍य' के रूप में मनाया जाता है। इस 'नेशनल वुमन्स हेल्थ एंड फिटनेस डे' का उद्देश्‍य महिलाओं की तंदुरुस्‍ती और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य के बारे में जागरूक करता है और उनमें परिवर्तन लाता है। कोविड की महामारी में इसका महत्‍व और अधिक बढ़ गया है।
 
महामारी की स्थिति महिलाओं के लिए चिंताजनक है। वह घर से काम कर रही हैं, घर के लिए काम कर रही हैं। इन भागदौड़ में वे खुद को अनदेखा कर देती हैं। महिलाओं को यह समझना चाहिए कि उनकी जिम्मेदारियां कई गुना बढ़ गई हैं और ऐसे में उनके लिए अपने स्‍वयं के स्‍वास्‍थ्‍य की देखभाल करना और अधिक महत्‍वपूर्ण हो गया है।

इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए हम आपको अपने को स्वस्थ और तंदरुस्त बने रहने के विषय में टिप्स देते है:

सकारात्‍मकता (Positivity):

सारी नकारात्मक चीज़ों को निकाल के सकारात्‍मक सोच के साथ दिन की शुरुआत करें। अनुशासित दिनचर्या का पालन करना पहला कदम है। आप स्‍वयं को संवारकर रखें, क्‍योंकि इससे मन में अच्‍छी स्‍वस्‍थ भावना पैदा होती है। काम के बाद कुछ देर के लिए ही सही, लेकिन आराम जरूर करें, क्योंकि शरीर को आराम देना भी आवश्यक होता है।

अपनी हॉबी पूरी करने पर ध्यान दें। मूवी देखें, पुस्‍तक पढ़ें, नई-नई रेसिपी बनाएं या कोई भी ऐसी चीज़ करने की कोशिश करें, जिससे आपको खुशी और सुकून मिलता हो।

आहार (Diet):

संपूर्ण स्‍वास्‍थ्‍य में आहार की भूमिका शरीर में सबसे महत्त्वपूर्ण होती है। आपको प्रोटीन फ़ूड, सेहतमंद नाश्‍ते के साथ दिन की शुरुआत करनी चाहिए, ताकि आपका मेटाबोलिज्‍म ठीक रहे। नाश्‍ते में नट्स और फलों को शामिल करें, जिससे आप सक्रिय रहें।

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शाम साढ़े सात से लेकर साढ़े आठ बजे के बीच हल्का डिनर लें, क्‍योंकि रात के समय पाचन क्रिया धीमी होती है। देर रात को डिनर लेने से आपको सुबह में आलस महसूस हो सकता है और आपके शरीर में अतिरिक्‍त फैट जमा हो जाता हैं। स्‍वयं को हाइड्रेटेड रखें, क्‍योंकि आपके शरीर की क्रियाओं को सुचारू रखने के लिए यह आवश्‍यक है।

जब आप घर पर रहें, तो आपको चिप्‍स, स्‍वीट्स जैसे फूड्स से परहेज करना चाहिए। आपके भोजन में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होनी चाहिए। यदि आप हल्‍का लंच लेना चाहें, तो भोजन में सलाद लें। अपनी शारीरिक क्रियाओं के सुचारू संचालन के लिए स्‍वयं को हाइड्रेटेड रखें।

व्‍यायाम (Workout):

दिन में कम-से-कम 45 मिनट तक व्‍यायाम करें। योगा, सांस से जुड़े व्‍यायाम, जुम्‍बा आदि जैसी एक्सरसाइज़ काम करते वक्त भी घर पर कर सकते हैं। तनाव-चिंता भगाने के लिए कम-से-कम 15 मिनट तक ब्रीथिंग एक्सरसाइज़ काफी सहायक साबित हो सकती है।

इसके अलावा आप इस बात का भी ध्‍यान रखें कि आपके द्वारा ग्रहण की जाने वाली कैलोरी की मात्रा आपके द्वारा बर्न की जाने वाली कैलोरी मात्रा से कम हो, ताकि आपके शरीर का वज़न संतुलित बना रहे।

तनाव को दूर भगाएं (Stress):

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परिवार और दोस्‍तों के साथ अच्छा समय बिताएं, इससे तनाव से राहत मिलती है। अपने दोस्‍तों से बात करें। फोन करके उनके साथ मज़ेदार बातचीत करें। इससे आपका मन अच्छा रहता है और आप रिलेक्स रहते है।

बच्‍चों के साथ समय गुज़ारें, इनडोर गेम्‍स खेलें। इससे आप रिलैक्‍स्ड रहेंगे, साथ ही आपको उनके साथ अधिक समय गुज़ारने का मौका भी मिलेगा। यदि आपके घर में बालकनी हो, तो वहां कुछ समय बिताएं, क्‍योंकि सूर्य की धूप और हरियाली का सुकूनभरा प्रभाव होता है।

बागवानी करें, इससे आपके मन को सुकून मिलेगा। डायरी लिखने की आदत डालें और उसमें उन चीज़ों के बारे में लिखें, जिनसे आपको ख़ुशी और गम होता है।

कंप्लीट विटामिन्स:

डॉक्‍टर की सलाह से अपने आहार में विटामिन डी, विटामिन बी12, मल्‍टी-विटामिन्‍स, कैल्शियम और एंटीऑक्‍सीडेंट्स के सप्‍लीमेंट्स लें, इससे आपकी प्रतिरोधी क्षमता और जीवन-शक्ति बढ़ेगी। यदि आप पर्याप्‍त मात्रा में धूप नहीं ले पाते हैं, तो विटामिन डी लें, क्योंकि इसकी कमी से मानसिक समस्‍याएं हो सकती हैं।

गैजेट्स और स्मार्ट फोन का कम प्रयोग:

गैजेट्स के उपयोग का समय तय करें, क्‍योंकि इसके चलते आपकी नींद प्रभावित हो सकती है। सेहतभरी नींद महत्‍वपूर्ण होती है। नींद बाधित होने के चलते तनाव बढ़ सकता है। स्मार्ट फोन को देर तक इस्तेमाल करने से आँखों में ज़ोर पड़ता है और उनमें परेशानी भी उत्पन्न होने लगती है। 

साथ ही कोविड-19 से जुड़ी नकारात्‍मक ख़बरों को लगातार देखने व पढ़ने से बचें। आशावादी रहें और खुश रहें, इसका तन-मन दोनों पर प्रभावशाली असर होता है।