कौन हैं कथावाचक Anirudhacharya Ji Maharaj? जिन्होंने कम उम्र में हनुमान चालीसा कंठस्थ कर लिए था।

आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे भगवत गीता, रामायण, महाभारत जैसे ग्रंथों का अध्ययन करने वाले अनिरुद्धाचार्य जी महाराज के बारे में, उनकी कथाएँ काफी प्रचलित हो चली है। तो चलिए जानतें हैं कौन हैं कथावाचक अनिरुद्धाचार्य जी महाराज ?

कौन हैं कथावाचक Anirudhacharya Ji Maharaj? जिन्होंने कम उम्र में  हनुमान चालीसा कंठस्थ कर लिए था।
नाम श्री अनिरुद्धाचार्य
प्रसिद्ध नाम  परम पूज्य श्री अनिरुद्धाचार्य जी महाराज
जन्म  27 सितंबर 1989 को जबलपुर मध्यप्रदेश
जन्म स्थान रिंवझा 
प्रोफेशन कथावाचक
धर्म हिन्दू [ब्राम्हण]
Foundation श्री गौ गौरी गोपाल वृद्धाश्रम
Email [email protected]
Website shrigougourigopalsevasanstha.com
Mobile Number 6399991599, 6399991699, 6399991799
राम कथा का ज्ञान अंजनी गुफा वाले गुरु से
गुरु  श्री गिर्राज शास्त्री जी महाराज

बहुत कम आयु में महाराज जी ने शास्त्रों को कंठष्थ कर लिया था।
सनातन धर्म की ध्वजा को लहराते हुए प्रचार प्रसार भी इन्होने किया है।

                                      अनुसूची : Contents  
1. जन्म और परिवार 
2. गौ भक्त (gau bhakt)
3. शिक्षा (Education)
4. रोचक जानकारी
5. कुल संपत्ति (net worth)
6. फीस
7. सोशल मीडिया 
8. इन्हें भी देखें (Also See)

1. जन्म और परिवार (Birth, Family)
परम पूज्य श्री अनिरुद्धाचार्य जी महाराज का जन्म 27 सितंबर 1989 को जबलपुर, मध्य प्रदेश (India) में हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु वराह की नगरी उनके जन्म स्थान से केवल 9 किमी दूर रिंवझा में उनका जन्म हुआ था। महाराज जी बारे में कहा जाता है कि बचपन से ही वे अपने गांव के श्री राधा कृष्ण मंदिर में नियमित रूप से ठाकुर जी की पूजा करने जाते थे। उनका 6 सदस्यों का परिवार है। अनिरुद्धाचार्य जी अपने माता-पिता के साथ रहते हैं उनकी पत्नी को गुरु मां के नाम से जाना जाता है और महाराज जी के दो बेटे भी हैं। और  गुरु मां भी महाराज जी के साथ भजन आदि गाती हैं। 

2. गौ भक्त (gau bhakt )
एक पारंपरिक गौ भक्त परिवार से होने के कारण उन्हें गौ माता की सेवा करने में बहुत आनंद आता है, महाराज जी को गाय माता के बछड़ों के साथ खेलना बहुत पसंद है। महाराज जब बचपन में गाय चराने जाते थे तो वे अपने साथ हनुमान चालीसा और गीता ले जाते थे, जिसका वे नियमित रूप से उच्चारण करते थे और इतना ही नहीं वो अपने दोस्तों को भी इसका पाठ करवाते थे। छोटी से उम्र में उन्होंने हनुमान चालीसा कंठस्थ कर लिए था।

3. शिक्षा (Education)
महाराज जी ने श्रीमद्भगवद और रामचरितमानस जैसे शास्त्रों और पुराणों का अध्ययन किया था। स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे वृंदावन चले गए और बाद में उन्होंने संत गिरिराज शास्त्री महाराज से दीक्षा ली और सनातन धर्म का प्रचार करना शुरू किया।

4. रोचक जानकारी (Interesting Information)

  • Shri Aniruddhacharya ji , महाराज जी अब तक पूरे भारत में 500 से अधिक कथाएं कर चुके हैं।
  • उनका लक्ष्य गरीब और दुखी वृद्ध लोगों की सेवा करना और समाज में एक अच्छा संदेश देना है।
  • महाराज जी ने 23 जनवरी 2016 को इंदौर, मध्य प्रदेश में श्री गौ गौरी गोपाल सेवा संस्थान समिति की नींव रखी थी।
  • 16 मई 2019 को “गौरी गोपाल आश्रम” की नींव भी महाराज श्री ने ही की थी।
  • वे लगातार जानवरों की सेवा में लगे हुए हैं, वे हर दिन लोगों की सेवा भी करते हैं।
  • महाराज जी भी वृद्ध महिलाओं के पैर दबाते हैं।
  • श्री अनिरुद्धाचार्य ने बहुत ही कम उम्र में देश के कथावाचक गुरु को पीछे छोड़ दिया है।
  • श्री अनिरुद्धाचार्य जी की कहानी कहने की शैली बेहद खूबसूरत है।
  • उनके किस्से इन दिनों भारत में काफी विस्तार से देखे जा रहे हैं.

 5. कुल संपत्ति (net worth)

स्वामी जी आज एक बहुत बड़ा नाम बन चुके हैं, इसके साथ ही उनकी कथा की बुकिंग बहुत सी जगहों पर की जाती है। अनिरुद्धाचार्य जी महाराज की सालाना कुल संपत्ति अगर देखने जाएं तो यह 4 से 5 करोड़ या इससे भी ज्यादा हो सकती है लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकती है।

6. फीस (Aniruddhacharya Ji Maharaj Fees)

स्वामी अनिरुद्ध आचार्य आज के समय के जाने-माने और लोकप्रिय भागवताचार्यों में से एक हैं, जिनकी 1 दिन की फीस लाखों में है और अगर भागवत कथा की बात करें तो इसकी कथा 7 दिनों तक चलती है, अगर भागवत कथा करनी है तो 2 से 3 महीनों पहले बुकिंग करनी पड़ती है

7. सोशल मीडिया (Social Media)

अनिरुद्धाचार्य जी महाराज YouTube पर चैनल भी है और 8.03M subscribers कर रखा है उनकी कथाएँ काफी प्रचलित हो चली है।  Facebook/@Aniruddhacharyajimaharaj 

8. इन्हें भी देखें (Also See)