Rajiv Gandhi Birth Anniversary: भारत के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री थे राजीव गांधी, जानिए उनके बारे में

Rajiv Gandhi Birth Anniversary इन्दिरा गांधी और फिरोज गांधी के बड़े पुत्र और जवाहरलाल नेहरू के दौहित्र (नाती), भारत के सातवें प्रधानमंत्री थे। राजीव का विवाह एन्टोनिया माईनो से हुआ जो उस समय इटली की नागरिक थी। विवाहोपरान्त उनकी पत्नी ने नाम बदलकर सोनिया गांधी कर लिया।

Rajiv Gandhi Birth Anniversary: भारत के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री थे राजीव गांधी, जानिए उनके बारे में

Rajiv Gandhi Birth Anniversary: राजीव गांधी (20 अगस्त, 1944 - 21 मई, 1991), इन्दिरा गांधी और फिरोज गांधी के बड़े पुत्र और जवाहरलाल नेहरू के दौहित्र (नाती), भारत के सातवें प्रधानमंत्री थे। राजीव का विवाह एन्टोनिया माईनो से हुआ जो उस समय इटली की नागरिक थी। विवाहोपरान्त उनकी पत्नी ने नाम बदलकर सोनिया गांधी कर लिया। कहा जाता है कि राजीव गांधी से उनकी मुलाकात तब हुई जब राजीव कैम्ब्रिज में पढ़ने गये थे। उनकी शादी 1968 में हुई जिसके बाद वे भारत में रहने लगी। राजीव व सोनिया(एंटोनिया माइनो) की दो बच्चे हैं, पुत्र राहुल गांधी का जन्म 1970 और पुत्री प्रियंका गांधी का जन्म 1972 में हुआ।

राजनीतिक जीवन (political life)


राजीव गांधी की राजनीति में कोई रूचि नहीं थी और वो एक एयरलाइन पाइलट की नौकरी करते थे। परन्तु 1980 में अपने छोटे भाई संजय गांधी की एक हवाई जहाज दुर्घटना में असामयिक मृत्यु के बाद माता श्रीमती इन्दिरा गाँधी जी को सहयोग देने के लिए सन् 1981 में राजीव गांधी ने राजनीति में प्रवेश लिया। वो अमेठी से लोकसभा का चुनाव जीत कर सांसद बने और 31 अक्टूबर 1984 को अंगरक्षकों द्वारा प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की हत्या किए जाने के बाद भारत के प्रधानमंत्री बने और अगले आम चुनावों में सबसे अधिक बहुमत पाकर प्रधानमंत्री बने रहे।

इतिहास (history)
काफी समय तक राजीव गांधी का नाम भी इस मामले के अभियुक्तों की सूची में शामिल रहा लेकिन उनकी मौत के बाद नाम फाइल से हटा दिया गया। सीबीआई को इस मामले की जाँच सौंपी गयी लेकिन सरकारें बदलने पर सीबीआई की जाँच की दिशा भी लगातार बदलती रही। एक दौर था, जब जोगिन्दर सिंह सीबीआई चीफ़ थे तो एजेंसी स्वीडन से महत्वपूर्ण दस्तावेज लाने में सफल हो गयी थी। जोगिन्दर सिंह ने तब दावा किया था कि केस सुलझा लिया गया है। बस, देरी है तो क्वात्रोक्की को प्रत्यर्पण कर भारत लाकर अदालत में पेश करने की। उनके हटने के बाद सीबीआई की चाल ही बदल गयी। इस बीच कई ऐसे दाँवपेंच खेले गये कि क्वात्रोक्की को राहत मिलती गयी। दिल्ली की एक अदालत ने हिन्दुजा बन्धुओं को रिहा किया तो सीबीआई ने लन्दन की अदालत से कह दिया कि क्वात्रोक्की के खिलाफ कोई सबूत ही नहीं हैं। अदालत ने क्वात्रोक्की के सील खातों को खोलने के आदेश जारी कर दिये। नतीजतन क्वात्रोक्की ने रातों-रात उन खातों से पैसा निकाल लिया।

कैसे हुआ राजीव गांधी और सोनिया गांधी का विवाह? (Rajiv Gandhi and Sonia Gandhi get married)


राजीव गांधी ने कैंब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज और लंदन के इम्पीरियल कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल की थी। विदेश प्रवास के दौरान ही 1965 में सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात हुई थी। सोनिया गांधी का नाम शादी से पहले एंटानियो माइनो था। राजीव गांधी ने सोनिया से 28 फरवरी 1968 को शादी की थी। हालांकि शुरुआत में सोनिया के परिवार ने रिश्ते का विरोध किया, लेकिन राजीव और सोनिया ने उन्हें मना लिया। ऐसा माना जाता है कि शुरुआत दिनों में इंदिरा गांधी भी सोनिया को ज्यादा पसंद नहीं करती थीं, लेकिन संजय गांधी की पत्नी मेनका गांधी से विवाद के चलते वह सोनिया के साथ रहने लगीं और धीरे-धीरे दोनों के बीच रिश्ते बहुत अच्छे हो गये थे।

हत्या (murder)
श्रीलंका में लिट्टे और सिंघलियों के बीच युद्ध शांत करने के लिए राजीव गांधी ने भारतीय सेना को श्रीलंका में तैनात कर दिया, जिसका प्रतिकार लिट्टे ने तमिलनाडु में चुनावी प्रचार के दौरान राजीव गांधी पर आत्मघाती हमला करवा कर लिया। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के पास एक कार्यक्रम में महिला आत्मघाती हमलावर ने राजीव गांधी को बम से उड़ा दिया। वह महिला 21 मई 1991 को सुबह 10 बजे राजीव गांधी से मिलने के लिए स्टेज तक गई और उनके पांव छूने के लिए झुकी। वह महिला आत्मघाती थी और उसके शरीर में जैकेट बम था। उसने राजीव गांधी के पैर छूने के बहाने खुद को उड़ा लिया। राजीव गांधी की हत्या के मामले में मुरुगन, संथन और पेरारिवलन को फांसी की सज़ा सुनाई गई है, लेकिन इनको अभी तक फांसी नहीं दी गई है।