The Umbrella Academy: वो 43 औरतें प्रेग्‍नेंट नहीं थीं, अचानक एक दिन 43 बच्‍चे पैदा हुए, उनमें से 36 लापता हैं

वेब सीरीज की दुनिया में हिंदी में कुछ मजेदार देखना चाहते हैं तो नेटफ्ल‍िक्‍स पर 'द अम्‍ब्रेला एकेडमी' आपके लिए एक अच्‍छी पसंद हो सकती है। इसमें सुपरहीरो के सुपरपावर्स की कहानी तो है ही, साथ में एक रोमांचक कहानी भी है। जानिए 'द अम्‍ब्रेला एकेडमी' की कहानी, कास्‍ट से लेकर सबकुछ।

The Umbrella Academy: वो 43 औरतें प्रेग्‍नेंट नहीं थीं, अचानक एक दिन 43 बच्‍चे पैदा हुए, उनमें से 36 लापता हैं

यह कहानी है एक ऐसी दुनिया की, जहां सबकुछ अजीब है। यह कहानी है उन 43 बच्‍चों की, जिनका जन्‍म अपने आप में एक अजब घटना है। ये कहानी है दुनियाभर में मौजूद उन 43 मांओं की, जो कभी प्रेग्‍नेंट नहीं थीं। लेकिन अचानक 1 अक्‍टूबर 1989 को उन्‍होंने एक के बाद इन बच्‍चों को जन्‍म दिया। इन महिलाओं को न तो लेबर पेन हुआ और न ही प्रेग्‍नेंसी के कोई और लक्षण ही उनमें थे। इस कहानी में एंट्री होती है एक अरबपति शख्‍स की, वो इन बच्‍चों में से 7 को गोद ले लेता है। एक स्‍कूल की शुरुआत करता है। ऐसा इसलिए कि इन बच्‍चों में सुपरपावर्स हैं। यह कहानी है नेटफ्ल‍िक्‍स की सीरीज 'द अम्‍ब्रेला एकेडमी' की। साल 2019 में पहली बार इस सीरीज को स्‍ट्रीम किया गया था। खास बात यह है कि यह सीरीज हिंदी ऑडियो के साथ अवेलबल है। यानी आपको अंग्रेजी में माथापच्‍ची करने की जरूरत है। आगे इस कहानी में क्‍या हुआ, यह भी जान लीजिए।

ओटीटी की दुनिया में अगर आप कुछ मजेदार साइंटिफिक-फिक्‍शन देखने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं, तो The Umbrella Academy आपके लिए बढ़‍िया मनोरंजन हो सकती है। इस अमेरिकी टाइम ट्रेवल सुपरहीरो सीरीज के क्रिएटर स्‍टीव ब्‍लैकमैन हैं, जिसके आगे डवलप किया है जेरेमी स्लेटर ने। इसमें हर एपिसोड की लंबाई 40-60 मिनट है। कहानी एक बिखरे हुए सुपरहीरो भाई-बहनों के परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने पिता की मौत की गुत्‍थी को सुलझा रहे हैं और उस खतरे का सामना करते हैं जो दुनिया तबाह कर सकती है।

'द अम्‍ब्रेला एकेडमी' की कहानी
छह एमी अवॉर्ड्स नॉमिनेशन पा चुकी यह सीरीज Netflix पर सबसे अध‍िक देखे जाने वाले टीवी शोज में से एक है। आइए अब बताते हैं कि कहानी में आगे क्‍या होता है। अजब हालात में पैदा हुए 43 बच्‍चों में सात को एक सनकी अरबपति सर रेजिनाल्ड हरग्रीव्स ने गोद लिया है। उन्‍होंने इन बच्‍चों से एक सुपरहीरो टीम बनाई है, जिसे नाम दिया है 'द अम्ब्रेला एकेडमी।' हरग्रीव्स ने इन बच्चों को कोई नाम देने की बजाय नंबर (1,2,3,4,5,6,7) दिया है। यानी नंबर ही उनका नाम है। हालांकि, सुपरपावर्स वाले इन बच्‍चों को उनकी रोबोट मां ग्रेस नाम देती है। वह इन्‍हें लूथर, डिएगो, एलीसन, क्लॉस, बेन और वान्या नाम से पुकारती है। हरग्रीव्‍स इन 7 में से छह बच्चों को अपराध से लड़ने के लिए काम पर लगाता है। जबकि‍ वान्या को उसके भाई-बहनों से अलग रखता है। ऐसा इसलिए कि वह अपनी अनूठी शक्‍त‍ि का प्रदर्शन नहीं करती है।
दूसरे सीजन की कहानी में क्‍या है

पहले सीजन में कुछ ऐसी घटनाएं घटती हैं कि 'द अम्‍ब्रेला एकेडमी' के दूसरे सीजन की कहानी 1960 के दशक में शुरू होती है। डलास शहर में ये सभी सुपरहीरो भाई-बहनों एक-दूसरे से जुदा हो गए हैं। ये सभी 25 नवंबर 1963 को परमाणु प्रलय के कुछ मिनट पहले ही वहां पहुंचते हैं। आगे क्‍या होता है वह एक रोमांचक कहानी है। 'द अम्‍ब्रेला एकेडमी' के तीसरे सीजन की कहानी में वान्‍या की कहानी को आगे बढ़ाया गया है। कुछ नए चौंकाने वाले ट्विस्‍ट भी हैं।